उत्तराखंड,
जेठ की तपती गर्मी से लोग बेहाल है, गर्मी के चलते स्कूलों में ग्रीष्मावकाश घोषित हो गया है। ऐसे में सनातन संस्कृति से जुड़े लोग पहाड़ों और चार धाम की यात्रा का रूख कर रहें है। बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में श्रृद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। कपाट खुलने के बाद से यहां तीर्थ यात्रा तीन सप्ताह से सामान्य चल रही है। लेकिन गुरुवार में बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में मौसम ने करवट ली और बारिश शुरु हो गई है।
प्रतिदिन की तरह वृहस्पतिवार की सुबह बद्रीनाथ और केदारनाथ में धूप खिली थी, श्रृद्धालुओं ने अपनी यात्रा को आगे बढ़ाया, लेकिन कुछ देर बाद ही मौसम का रूख बदल गया और बद्रीनाथ में बारिश शुरू हो गई। कुछ देर बाद बदरा थमी और धूप आ गई। मौसम की आंख मिचौली में कभी धूप और बारिश का खेल चल रहा है, जिसके चलते वहां पहुंचे श्रृद्धालुओं ने रेन कोट पहन लिए है। वहीं बद्रीनाथ की विशाल चोटियां बर्फ से ढकी हुई है, लेकिन बर्फ पिघलकर नीचे नही आयीं है।
श्री केदारनाथ धाम में भी धूप और बादल सुबह से दिखाई दे रहे थे, दोपहर होते ही केदारनाथ धाम में बारिश हो गई। लेकिन गनीमत यह है कि दोनों धामों में वर्षा तीव्र नही है, जिसके चलते यह धार्मिक यात्रा रूकी नही है, बल्कि गति धीमी हो गई है। भक्तगण उत्साह के साथ जयकारे लगाते हुए बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर में सामान्य रूप से दर्शन कर रहें है।