उत्तराखंड, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने की घटना ने तबाही मचा दी। इस हादसे में खीर गंगा नदी में अचानक आई फ्लैश फ्लड की चपेट में आकर कई होटल और होमस्टे बह गए, जिससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। बर्बादी का मंजर ऐसा रहा कि स्थानीय निवासी अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हो गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस प्राकृतिक आपदा में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं कुछ घायल लोगों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन दुर्गम इलाका होने की वजह से राहत टीमों को भी भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए प्रभावितों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और राहत-बचाव कार्यों में जुटी हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं और वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क में हैं। उन्होंने प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने घटनास्थल के लिए रवाना होने से पहले मीडिया से बात करते हुए बताया कि अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और वास्तविक नुकसान का आंकलन राहत कार्यों के बाद ही हो पाएगा। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्र की ओर अतिरिक्त राहत सामग्री और चिकित्सा सहायता भेजी जा रही है।
धराली और आसपास के क्षेत्रों में इस आपदा के बाद जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। बिजली, पानी और संचार सेवाएं भी बाधित हो गई हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और राहत दलों के साथ सहयोग करें।
