सुलतानपुर,उत्तर प्रदेश में युवाओं और वंचित वर्गों की आवाज़ बन चुकी “रोज़गार दो – सामाजिक न्याय दो” पदयात्रा जोरदार माहौल के बीच आगे बढ़ी। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यात्रा के दौरान सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा कि राज्य में हर वर्ग परेशान है—नौजवान बेरोज़गार, किसान कर्ज़ में डूबे, छोटे व्यापारी टूट चुके और सैनिक बनने का सपना देखने वाले युवाओं को केवल अग्निवीर का रास्ता दिखाया गया है।
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार भारत माता की जय तो बोलती है, लेकिन भारत माता के बेटों के अधिकारों का हनन करती है। उन्होंने कहा— “यह कैसी देशभक्ति है, जहां युवा लाठी खाते हैं और किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं?” उन्होंने कहा कि पदयात्रा सिर्फ रोजगार की मांग नहीं, बल्कि सम्मान और सुरक्षा की लड़ाई है। शिक्षामित्र, आशा बहुएं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता—इन सभी के मुद्दों को इस यात्रा ने मजबूती से उठाया है।
संजय सिंह ने गरीबों पर बुलडोज़र कार्रवाई को ‘दमन’ बताते हुए कहा कि रेहड़ी-पटरी वाले अपने परिवार पालते हैं, अपराध नहीं करते। उन्होंने चेतावनी दी कि कमजोरों की आजीविका उजाड़ने वाली सरकार को जनता समय आने पर जवाब देगी। प्रदेश में हालिया दलित और पिछड़े समाज से जुड़ी शर्मनाक घटनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा— “काकोरी में 80 साल के बुजुर्ग दलित को पेशाब पिलाया जाता है, CRPF जवान को घोड़ी पर चढ़ने नहीं देते, कथावाचक का सिर केवल इसलिए मुंडवा दिया जाता है क्योंकि वह पिछड़ा है… क्या ऐसे नफरत भरे समाज में देश आगे बढ़ सकता है?”
संजय सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान नफरत से नहीं, मोहब्बत और भाईचारे से आगे बढ़ेगा। गांधी के संदेश को याद दिलाते हुए उन्होंने कहा— “आंख के बदले आंख की होड़ में पूरी दुनिया अंधी हो जाएगी… हमें नफरत नहीं, रोशनी चाहिए।” पदयात्रा में युवाओं, महिलाओं और स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या में मौजूदगी ने यह साफ कर दिया कि न्याय और बदलाव की मांग अब तेज होती जा रही है।





