Uttar Pradesh Budget 2025-26: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा के नौवे बजट को नकारते हुए इसे बिना विजन और दिशा वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट किसानों, नौजवानों और महिलाओं के लिए कोई राहत नहीं लाता। भाजपा के चुनावी वादों को नजरअंदाज करते हुए उन्होंने इसे खोखला और जुमलों तक सीमित करार दिया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार के नौवे बजट पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इसे बिना विजन और रोडमैप के बताया और आरोप लगाया कि यह बजट किसानों, नौजवानों और महिलाओं के लिए किसी भी तरह की मदद नहीं करता। अखिलेश यादव ने कहा कि यह बजट भाजपा के घोषणा पत्र से भी मेल नहीं खाता और इससे कोई सुधार नहीं होने वाला है।
सपा प्रमुख ने प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह बजट एक बड़े ढोल जैसा है, जिसमें आवाज तो बहुत है लेकिन अंदर से यह खाली है। उन्होंने कहा, “बजट देखकर किसानों की उम्मीदें टूट गई हैं। महिलाओं के माथे पर घर चलाने की चिंता और बढ़ गई है। बेरोजगारों की आंखों में अंधेरा छा गया है और व्यापारी वर्ग और मंडी को भी कोई राहत नहीं मिली।”
अखिलेश यादव ने भाजपा के चुनावी वादों का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों को मुफ्त बिजली, सिंचाई के लिए बजट और छात्रों को लैपटॉप देने का वादा किया गया था, लेकिन इस बजट में इसका कहीं जिक्र नहीं है। उन्होंने गन्ना किसानों के मुद्दे पर भी सवाल उठाया और कहा कि गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ाया गया और बकाए का भुगतान अब तक नहीं हुआ।
उन्होंने यह भी कहा कि इस सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और स्वास्थ्य सुविधाओं में भी कोई सुधार नहीं हुआ है। अखिलेश ने वित्त मंत्री के गृह क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य सेवाएं और स्टाफ की कमी है, जिससे गरीबों को इलाज नहीं मिल पा रहा है।
अखिलेश यादव ने इस बजट को धोखा करार देते हुए कहा कि यह बजट केवल जुमलों तक सीमित है और इसमें कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार के तहत देश के ‘वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी’ बनने का सपना कभी पूरा नहीं हो सकता।