कानपुर। पनकी के रतनपुर में लापता हुए दो वर्षीय मासूम के अपहरण मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। गिरफ्तार आरोपी मां और बेटी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे मासूम का सौदा करने की फिराक में थीं। पुलिस ने दोनों को बुधवार को जेल भेज दिया।
पनकी के रतनपुर में बीते शनिवार शाम मजदूर शैलेन्द्र काम से घर लौटे तो उन्हें पत्नी रेखा बिस्तर पर लेटी मिलीं और दो वर्षीय बेटा शिवसिंह गायब था। कमरे में बच्चे की दूध से भरी बोतल पड़ी थी। परिजनों ने घर-आसपास काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। घबराकर परिवार पनकी थाना पहुंचा और अपहरण की आशंका जताई।
सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। दर्जनों टीमें लगाई गईं, इलाके के सीसीटीवी खंगाले गए और संदिग्धों से पूछताछ का दौर लगातार तीन दिन तक चलता रहा। आखिरकार मंगलवार देर रात नवाबगंज स्थित सार्वजनिक शौचालय व ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन के पास मासूम को सकुशल बरामद कर लिया गया।
कार्यवाहक थाना प्रभारी पनकी के अनुसार, मौके से गिरफ्तार दो महिलाओं—शालू उर्फ सोनी (35) निवासी गडरियन पुरवा थाना कल्याणपुर और मीना (55) निवासी कच्ची बस्ती ख्यौरा नवाबगंज—ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे बच्चे का सौदा करने वाली थीं। दोनों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।






