Lucknow News:उत्तर प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कलाकारों को सम्मानित किया और कहा कि कला किसी एक व्यक्ति या समुदाय की नहीं होती, बल्कि यह पूरे देश की संस्कृति और आध्यात्मिक परंपरा का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे की संस्कृति और भाषा का सम्मान करना चाहिए और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बढ़ावा देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रतिवर्ष स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर देश के अलग-अलग राज्यों से कलाकारों को आमंत्रित करती है ताकि संस्कृति के आदान-प्रदान को बढ़ावा मिले। उन्होंने कलाकारों से प्राचीन वाद्ययंत्रों को संरक्षित करने और सुरक्षित रखने का आह्वान किया।
इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक दलों के नेतृत्वकर्ताओं ने प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्हें लखनऊ आकर बहुत अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि यहां सरकार द्वारा बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं और उन्हें ‘अतिथि देवो भव’ का अर्थ पता चला है।
कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसमें सिक्किम, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र, असम और मध्य प्रदेश के कलाकारों ने भाग लिया। उत्तर प्रदेश के भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय और विभिन्न जिलों के कलाकारों द्वारा भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।