लखनऊ,
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुजफ्फरनगर में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हरेंद्र मलिक के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोलते हुए कहां की “पहले जुमला लेकर आए थे, अब गांरटी लेकर आ गए हैं। अगर जुमला और गांरटी भाई-भाई हैं। तो जुमले से गांरटी 10 साल बड़ा भाई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार किसानों की नहीं हैं। ये सरकार बड़े-बड़े उद्योगपतियों की है। यह सरकार हमारे गरीब किसानों की नहीं है। अगर गरीब किसानों की सरकार होती तो हमारे किसानों का भी कर्जा माफ करती। हमारे किसानों को एमएसपी दे देती।10 साल में एक लाख किसान ने क्यों आत्महत्या की है? दस साल में सरकार एमएसपी क्यों नहीं दे पाई? दस साल में नौजवान इतने बड़े पैमाने पर बेरोजगार क्यों हो गया? दस साल में भारत पर सबसे ज्यादा कर्जा क्यों हो गया?” इनका एक-एक फैसला जनता के खिलाफ है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जो नौजवान अपने गांव में कस्बें में ओर शहर में रहकर फौज में जाने की तैयारी करता था। ये लोग आएं और इन्होंने एक ही दिन में कानून बदल दिया कि आने वाले समय में कोई पक्की नौकरी नहीं मिलेगी और फौज की नौकरी को 4 साल का कर दिया। 80 परसेंट नौजवान बिना नौकरी का है। बताओ जब युवा बिना रोजगार और बिना काम के होगा तो उसकी शादी कहां से होगी? ये बीजेपी वाले नहीं चाहते हैं कि हमारे नौजवान का भविष्य बेहतर हो, उनके सपने पूरे हों।
अखिलेश यादव ने कहा कि ये जो सरकार नारा दे रही है 400 पार, इन्हें पता नहीं है मुजफ्फरनगर, कैराना, मेरठ, बिजनौर, नगीना, सहारनपुर नारा लग रहा है 400 हार। सोचिए जिस सरकार के खिलाफ किसान और नौजवान खड़ा हो जाए तो क्या वह सरकार दोबारा आएगी।