लखनऊ,
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित प्राथमिक,उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में टैबलेट के संचालन को लेकर अब कोई बहना नहीं चलेगा। प्रत्येक विद्यालय में दिए गये टैबलेट के लिए सिम और डाटा विभाग की ओर से उपलब्ध कराया जायेगा। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग विद्यालयों को दी जाने वाली कंपोजिट ग्रांट से सिम और डाटा स्वयं खरीदेगा। बाकी ग्रांट की बची हुई धनराशि को विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में भेजा जायेगा। इस बारे में शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है।
दरअसल प्रत्येक विद्यालय में दो टैबलेट का वितरण पिछले साल ही किया गया था। इसके माध्यम से सभी ऑनलाइन कार्य और शिक्षकों की उपस्थिति भी दर्ज होनी थी लेकिन शिक्षकों का विरोध इस बात को लेकर था कि जब तक विभाग सिम और डाटा नहीं उपलब्ध करायेगा। तब तक वह टैबलेट का संचालन नहीं करेंगे तो विभाग की ओर से ये अनुमति दी गई कि कंपोजिट ग्रांट से सिम और डाटा खरीद लिया जाए लेकिन उसके बाद भी शिक्षकों ने कहा कि हम सिम लेने के लिए अपनी आईडी का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
इसको देखते हुए विभाग ने अब नई व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। विभाग की मंशा है कि नये शैक्षिक सत्र 2024-25 में टैबलेट का इस्तेमाल पूरी तरह से शुरू हो जाए। इसके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी सभी स्कूलों के लिए सीयूजी नंबर अलॉट करेंगे। जिस तरीके से खंड शिक्षा अधिकारियों को सीयूजी नंबर प्रदान किए जाते हैं। उसी तर्ज पर प्रत्येक विद्यालय को दो सिम कार्ड अलॉट किए जाएंगे। अब शिक्षक ऑनलाइन अटेंडेंस से किसी भी प्रकार के बहाने से नहीं बच पाएंगे।