farmers News: ज्यादा बारिश से खराब हो गई अरहर की फसल तो किसान न हो परेशान, इस उपाय को करने से उत्पादन कम नहीं होगा। यह बात सीएसए के मौसम कृषि वैज्ञानिक डॉ.सुनील पांडेय ने कहा है।
कृषि वैज्ञानिक ने से कहा कि अधिक बारिश की वजह से अरहर के फसल की ग्रोथ रुक जाती है।उस समय किसान को अरहर के पौधों में फास्फेट का छिड़काव करते हैं।बेहतर उत्पादन प्राप्त कर बारिश से हुई नुकसान को काफी कम कर सकते हैं। अरहर की खेती को बेहतर मुनाफा वाली फसल मानी जाती है। कृषि विज्ञान केंद्र कोडरमा के वरीय वैज्ञानिक के अनुसार कोडरमा में करीब 90% किसान अरहर की खेती करते हैं। वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने पर लोगों का मुनाफा कई गुना तक बढ़ सकता है।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुनील पांडेय से कहा कि सामान्य तौर पर अरहर की खेती ऊंचाई वाले स्थान वाले जमीन पर की जाती है। यहां पानी का जल जमाव नहीं होता है। हालांकि इस बार मानसून के बाद भी अधिक बारिश होने से अरहर की फसल को थोड़ी नुकसान हुई है।अधिक बारिश की वजह से अरहर के फसल की ग्रोथ रुक जाती है।उस समय किसान को अरहर के पौधों में फास्फेट का छिड़काव करते हैं।बेहतर उत्पादन प्राप्त कर बारिश से हुई नुकसान को काफी कम कर सकते हैं।