कानपुर,
उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने के उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ( यूपीसीडा ) अहम भूमिका निभा रहा है। आज उत्तर प्रदेश चहुंमुखी विकास के आयाम को छू रहा है। ऐसे में प्राधिकरण ने प्रदेश सरकार की नीतियों का प्रचार करने के साथ ही अपनी नीतियों में भी परिवर्तन करते हुए बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित किया है।
19 फरवरी को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्राप्त हुए निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) का आयोजन किया जा रहा है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 2024 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जाएगा। इस समारोह के माध्यम से उत्तर प्रदेश के 10 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारा जाएगा।
जिसके चलते यूपीसीडा ने भी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से किए गए रिकॉर्ड तोड़ 3.5 लाख करोड़ से ज्यादा के प्रस्तावों (एमओयू) को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के माध्यम से धरातल पर क्रियान्वित करने के लिए प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी है ।
यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने बताया की प्राधिकरण ने प्रदेश के 45 से अधिक जिलों में लगभग 1.5 लाख करोड़ के एमओयू जीबीसी के लिए तैयार किए हैं। जिसमें लगभग 3500 से अधिक इकाइयां अपना उद्योग स्थापित करेंगी। जिनमें मथुरा के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में 6660 करोड़ का निवेश प्राप्त होगा। वहीं बुलन्दशहर में 3915 करोड़ का निवेश, अमेठी में 1693 करोड़ का निवेश,मेरठ में 1455 करोड़ का निवेश, गौतमबुद्ध नगर में 1129 करोड़ का निवेश ,अलीगढ़ में 213 करोड़ का निवेश प्राप्त होगा। इससे न केवल नए-नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे, बल्कि प्रदेश आर्थिक रूप से भी सशक्त होगा, साथ ही भारत की जीडीपी में यूपी का योगदान भी बढ़ेगा।
प्रेस विज्ञप्ति – यूपीसीडा