कानपुर देहात में एक प्रेमी जोड़े ने थाने में बने मंदिर पर शादी रचा ली, इस शादी कार्यक्रम में पुलिस भी साक्षी बनी हैं,दरअसल मंगलपुर थाना क्षेत्र के झींझक कस्बे के भोलानगर निवासी श्रीपाल सिंह का बेटा पवन पाल आर्मी में नौकरी करता है। थाना क्षेत्र के बान चिता का पुरवा गांव निवासी सर्वेश कुमार की पुत्री प्रियंका से तीन वर्ष पहले दोस्ती हुई थी और ये दोस्ती फिर प्यार में बदल गई। पवन के मुताबिक करीब आठ माह पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली थी।
शुक्रवार को थाना मंगलपुर में बने भोलेनाथ के मंदिर में दोनों ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शादी रचाई ली, इस शादी कार्यक्रम में थाना मंगलपुर की पुलिस साक्षी बनी। सरहद पर देश की रक्षा करने वाले जवान (फौजी) को अपनी ही पत्नी को पत्नी साबित करने के लिए कानपुर देहात के मंगलपुर थाने में संघर्ष करना पड़ा। घंटे चले विवाद के बाद जहां लड़की पक्ष ने जवान (फौजी) को अपने दामाद के रूप में स्वीकार किया। तो वही लड़के पक्ष के लोगों ने भी लड़की को बहू के रूप में स्वीकार किया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों की शादी थाने में बने मंदिर में करवा दी और खुशी-खुशी जवान को उसकी पत्नी के साथ घर भेज दिया।
3 साल से थे प्रेम संबंध
कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत झींझक में रहने वाला भारतीय सेना के जवान पवन पाल को पास के ही गांव की प्रियंका से मोहब्बत हो गई थी। दोनों के बीच पिछले तीन सालों से प्रेम संबंध थे लेकिन घर वालों को बताने की हिम्मत नहीं थी। इसी बीच प्रियंका के घर वाले शादी के लिए लड़का ढूंढ रहे थे। इस जानकारी होते ही जवान बेहद परेशान हो गया और उसने आठ माह पहले चुपचाप प्रियंका के साथ कोर्ट मैरिज कर ली।
दोनों ही परिवारों में हो गया विवाद
शादी के 8 महीने बीत जाने के बाद जवान (फौजी) पवन पाल ने हिम्मत जुटाई और प्रियंका के घर पहुंच गया और अपनी शादी की बात को बताते हुए अपनी पत्नी प्रियंका को घर ले जाने की बात करने लगा। यह बात सुनकर प्रियंका के घर वालों ने कोर्ट मैरिज को शादी न मानते हुए विरोध करने लगे। वही जब इसकी जानकारी जवान पवन के घर वालों को ही तो वह भी बहुत नाराज हुए और दोनों ही परिवारों के बीच विवाद बढ़ गया।
मंदिर परिसर में करवाई गई शादी
दोनों ही परिवारों के बीच चल रहे विवाद को देखते हुए जवान (फौजी) पवन पाल मंगलपुर थाने पहुंच गया और पुलिस वालों को कोर्ट मैरिज के पेपर दिखाते हुए अपनी पत्नी प्रियंका को घर ले जाने में मदद करने की गुहार लगाने लगा। इसके बाद पुलिस ने दोनों ही परिवारों को थाने में बुलाया। जहां घंटे चले विवाद के बाद दोनों परिवारों ने पुलिस की बात को माना लेकिन वही कोर्ट मैरिज को शादी मानने से इनकार करते रहे।इसके बाद मंगलपुर पुलिस ने थाने परिसर में बने मंदिर में पंडित को बुलवाकर जवान पवन की शादी रीति रिवाज के साथ प्रियंका से करवा दी। इसके बाद दोनों ही परिवारों ने पुलिस के समक्ष दोनों को आशीर्वाद दिया। तो वहीं जवान ने भी पुलिसकर्मियों का धन्यवाद प्रकट करते हुए आशीर्वाद लिया। इसके बाद जवान (फौजी) की प्रेम कहानी पूरी हो सके और जवान अपनी पत्नी को घर ले जा सका।
दोनों परिवारों में बनी सहमति
वही पूरे मामले को लेकर कानपुर देहात के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश पांडे ने बताया कि पवन और प्रियंका ने 8 माह पहले कोर्ट मैरिज कर ली थी। इसके दस्तावेज भी दोनों ने थाने में दिखाए थे। दोनों पक्षों वह थाने में बुलाकर जो भी मतभेद था उसे समाप्त कराया गया। जिसके बाद परिजनों की सहमति पर थाने परिसर में बने मंदिर में दोनों की रीति रिवाज के साथ शादी करवाई गई है। दोनों ही परिवार खुशी-खुशी अपने बच्चों को लेकर घर चले गए हैं।